अबोध …
माँ की खोज में लगी अबोध ,
बस उसको ममता का बोध ,
कहाँ से आई यह अबोध ,
मेरा ह्दय भी न कर पाया शोध ,
कलयुग की माँ या कलयुग की अबोध ,
किलकारियाँ वह भूल गई थी ,
मुस्कान भी उसकी रूठ गई थी ,
बस ममता की उसे भूख लगी थी ,
माँ की गोद से छूटी माँ की गोद में अब पड़ी थी
क्या है यह ? मै न कर पाया शोध ,
कलयुग की माँ या कलयुग की अबोध ,
No comments:
Post a Comment