कहो तो कर दूँ कलम से छेद बदलो में झूम कर भीग लो इन शब्द बूदों मे,
हम लिखते है कोरे कागजों पर अंगारों से शब्दों को आज अंगारों की बारिश भी देख लो ज़रा (आशु)
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