नभ……
नभ अपनी गागर लिए ,
आस की बूंद गिराता चला ,
सूखी आँखो को नम ,
हरयाली फैलाता चला ,
घन -घटाओ की गर्ज्जना ,
दिल दहलाता चला ,
भू की भूख की तड़प ,
हारिल की प्यास बुझाता चला ,
पोखर के किनारे ,
दादुर को मन तक भीगता चला ,
नभ अपनी गागर लिए ,
आस की बूंद गिराता चला
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