रो रही है हिंदी आज के हिंद मे माँ की लोरियां वो नानी की कहानियां गुम है किताबो में मर रही है हिंदी रो रही है हिंदी यह हिन्द है पर यहाँ हिंदी नही भाषाओं के चक्रव्यूह में अब बिंदी नहीं रो रही है हिंदी आज के हिंद में (आशु)
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