Monday, January 26, 2015

मौन

मौन

न शब्द लिखा
न अर्थ लिखा
मै मौन रहा,
लेखनी भी मौन रही,

शहीद हुए है जो रण मे,
उनको श्रद्धा ही लिखता रहा,
न अश्रु भरे हमने आँखो मे,
न ह्दय भरा हमने करुणा सें,

बस गर्व हुआ ,
मुझे उन माओ  पर,
जिसने शहीदो कों जन्म दिया,

गर्व हुआ,
अपने भारत पर,
जहाँ शहीदों ने,
जन्म् लिया,

न शब्द लिखा
न अर्थ लिखा

बस घृणा हुई,
मुझे अपने से,
मै देश के काम ,
ना आ पाया,

मै मौन रहा,
मै मौन रहा

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