मौन
न शब्द लिखा
न अर्थ लिखा
मै मौन रहा,
लेखनी भी मौन रही,
शहीद हुए है जो रण मे,
उनको श्रद्धा ही लिखता रहा,
न अश्रु भरे हमने आँखो मे,
न ह्दय भरा हमने करुणा सें,
बस गर्व हुआ ,
मुझे उन माओ पर,
जिसने शहीदो कों जन्म दिया,
गर्व हुआ,
अपने भारत पर,
जहाँ शहीदों ने,
जन्म् लिया,
न शब्द लिखा
न अर्थ लिखा
बस घृणा हुई,
मुझे अपने से,
मै देश के काम ,
ना आ पाया,
मै मौन रहा,
मै मौन रहा